कानून के हिसाब से पैतृक संपत्ति की क्या है परिभाषा? पैतृक संपत्ति में क्या-क्या शामिल होता है? क्या कोई व्यक्ति पैतृक संपत्ति में अपने हिस्से के लिए वसीयत बना सकता है? पैतृक संपत्ति का परिवार के सदस्यों के बीच कैसे बंटवारा किया जाता है? पैतृक संपत्ति के बंटवारे पर सहमति न होने पर क्या कानूनी कदम उठा सकते हैं? देखिए Money9 का खास 'दूर की सोच'. एस्टेट प्लानिंग से जुड़े सवालों का जवाब देंगे NEXGEN Estate Planning Solutions के फाउंडर डायरेक्टर Dr Deepak Jain-
विरासत के अन्य तरीकों से अलग, पैतृक या पुश्तैनी संपत्ति में हिस्सेदारी का अधिकार जन्म से ही हो जाता है.
चलिए समझते हैं कि पैतृक संपत्ति पर किस तरह से चुकाने पड़ते हैं टैक्स और ऐसी संपत्ति को बेचने पर क्या कानून लागू होते हैं.
सक्सेशन सर्टिफिकेट भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम के तहत एक दस्तावेज है जो इसे मिलने वाले व्यक्ति को मृतक की संपत्ति पर मालिकाना हक का अधिकार देता है.
कुछ लोग मानते हैं कि विरासत की प्रॉपर्टी रखने और उसे बेचने पर कोई टैक्स नहीं लगता है, वहीं कुछ लोगों का मानना है कि इस पर टैक्स लगता है.
Inheritance Rights: लोगों को ये समझना होगा कि बेटियों को भी फाइनेंशियल स्थिरता के लिए संपत्ति की उतनी ही जरूरत है जितनी बेटों को.
Ancestral Property: आजीविका के लिए पर्वतीय क्षेत्रों से बड़ी संख्या में पुरुषों के दूसरी जगह जाने के मद्देनजर यह अध्यादेश लाया गया